इस अवसर पर दीन दयाल उपाध्याय जी के जीवन पर रौशनी डाली गई,वक्ताओं ने उनके बाल्यकाल से लेकर जनसंघ के महामंत्री बनने तक के उनके जीवन पर रौशनी डाली , किस प्रकार पारिवारिक मजबूरियों के चलते उन्होंने अपनी शिक्षा पूर्ण की तथा आजीवन प्रचारक बन गए। जनसंघ के महामंत्री बनने के बाद उन्होंने जीवन के हर पहलू ध्यान में रखकर राष्ट्र व् व्यक्ति का चिंतन किया,उन्होंने देशहित में शिक्षानीति,व्योपार नीति,अर्थनीति एवं हर पहलू पर विचार करके कार्यकर्ताओं के सामने जनसंघ का संकल्प रखा।
संगठन की दृष्टि से कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाया एवं मार्गदर्शन किया। 16 साल अखिल भारतीय महामंत्री के रूप में कार्य किया तथा अध्यक्ष बनने के 44 दिन बाद ही उनका मृत शरीर मुगलसराय स्टेशन से मिला।
इस मौके पर उधमपुर मण्डल में कार्यक्रम विकास पच्याला की अध्यक्षता में हुआ, मुख्य वक्ता पवन खजुरिया एवं श्रीमती नीलम नरगोत्रा थीं।
टिकरी मलाड मण्डल का कार्यक्रम करनैल सिंह की अध्यक्षता में हुआ, मुख्यवक्ता सतपाल सल्लन जी थे।
जगानू मण्डल का कार्यक्रम मण्डल के प्रधान महेश शर्मा जी की अध्यक्षता में हुआ, मुख्य वक्ता मिल्खी राम अत्री थे। जिब रैम्बल मण्डल का कार्यक्रम श्री चुनी लाल डोगरा की अध्यक्षता में हुआ। जिसमें मुख्यवक्ता उपमुख्यमंत्रि निर्मल सिंह जी थे। इस मौके पर प्रदेश महामंत्री पवन खजुरिया,विकास शर्मा,मोहन लाल दराई ,जगदीश चंद्र अखिल पराशर, मोहन महंत,मोहन दिवान,बंसी लाल,अमित,अनुराधा शर्मा,रवीश मैंगी,रमेश,विशाल परिहार व कई कार्यकर्त्ता उपस्थित थे।